मेदिनीनगर : पलामू जिले के सीमावर्ती क्षेत्र मनातू में दर्जनों मेडिकल व क्लिनिक अवैध तरीके से संचालित हो रहे है।जो इन गांवों की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है।यहां पर मेडिकल स्टोरों पर ही झोलाछाप डॉक्टर इलाज कर रहे है।झोलाछाप डॉक्टर मनातू गांव की भोली भाली जनता के बीच ऐसा भ्रम पैदा किया हुआ है कि सरकारी अस्पताल की बजाय यहां पर पहुंचकर महंगे दामों में लोग इलाज करवा रहे है। इनकी वजह से कई लोगों मौत के मुंह में जा चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है।
यहां पर स्थानीय सहित बाहरी राज्यों के प्रेक्टिसनर भी दुकानें खोलकर सालों से यहीं जमे हुए है।जब भी इनको कार्रवाई की भनक लगती है।दस पंद्रह दिन के लिए दुकानें बंद करके गायब हो जाते है।सीमावर्ती गांवों मनातू में मेडिकल स्टोर की आड़ में अवैध तरीके प्रेक्टिस भी की जा रही है। लोगों से मोटी फीस वसूलकर झोलाछाप डॉक्टर मेडिकल स्टोर के पीछे अलग से जगह बनाकर मरीजों का इलाज करते है।सामान्य बुखार सहित अन्य बीमारी पर भी हजारों रुपए की दवाइयां दे दी जाती है।कई बार अज्ञानता के कारण हाई डोज की वजह से तबीयत ज्यादा खराब हो जाती है। इसके बाद परिजन मरीज को लेकर जिला अस्पताल की तरफ भागते है।
इन गांवों में अधिकांश मेडिकल स्टोर के साथ अवैध क्लिनिक भी चल रहे है। इनके पास न तो डॉक्टर की योग्यता है और न ही कोई डिग्री।अधिकांश मेडिकल स्टोर संचालक भी दूसरों के नाम से मेडिकल स्टोर संचालित करते है।छोटी-मोटी बीमारी होने पर ग्रामीण इन अवैध क्लिनिक संचालकों के पास पहुंचते है। यहां पर बीमारी के लक्षण देखकर पहले उन्हें डराया जाता है और इसके बाद उनके इलाज के लिए जांच कर दवाइयां दी जाती है। मेडिकल स्टोर के पीछे अवैध क्लिनिक खोल रखे है।यहां पर ग्लुकोज चढ़ाते है और इंजेक्शन लगाते है।